Table of Contents
तीन गुना से अधिक लाभदायक है त्रिकोणासन (ट्रायंगल पोज़) | Trikonasana (Triangle Pose) is More Than Three Times Beneficial in Hindi
- त्रिकोणासन मासपेशियों को मजबूती प्रदान करता है।
- कब्ज के रोगियों के लिए त्रिकोणासन वरदान से कम नहीं।
- कमर और कूल्हे की चर्बी कम करने में सहायक है त्रिकोणासन।
- त्रिकोणासन पाचनशक्ति बढ़ाने में भी मददगार है।
शरीर का बहार से ही नहीं भीतरी से भी ठोस होना आज की लाइफस्टाइल की जरूरत है। ऐसे में सिर्फ खानपान पर आश्रित रहना सही नहीं है, जरूरत इससे कुछ ज्यादा करने की है। त्रिकोणासन इसमें हमारी मदद कर सकता है। सामान्यतः त्रिकोणासन चौड़े सीने की चाह रखने वालों के लिए लाभकर है। लेकिन त्रिकोणासन के तीनगुणे लाभ हैं। यह शारीरिक रूप से फिट रहने की चाह रखने वालों को अवश्य करना चाहिए। पेट(Stomach), कूल्हे(Buttock) और कमर(Waist) के बेहतरीन शेप के लिए तो त्रिकोणासन सबसे बेहतर विकल्प है। यह आसन सिर्फ कुछ शारीरिक अंगों पर ही कारगर नहीं है बल्कि हमारी मांसपेशियों के लिए भी त्रिकोणासन सहायक है। कुल मिलकर त्रिकोणासन हमारे संपूर्ण शरीर को लाभ पहुंचाता है।
यह भी पढ़े : अच्छी नींद के 14 टिप्स | 14 Tips For Sound Sleep
इसके लाभ :-
सबसे पहले यह जान लें कि इसके विशेष लाभ हासिल करने हैं तो इस आसन का नियमित अभ्यास करें। तमाम शारीरिक विशेषज्ञों की राय है कि किसी भी आसन या एक्सरसाइज का सम्पूर्ण लाभ हासिल करना है तो उसे नियमित करना चाहिए। कभी करना, कभी न करने वाली मनःस्थिति से दूर रहें।
त्रिकोणासन करने से कमर और कूल्हे की चर्बी कम होती है। पेट और छाती के बगल की मांसपेशियों को सम्पूर्ण व्यायाम मिलता है। पैरों की पीछे वाली मांसपेशियों में खिंचाव आता है और उनकी ताकत बढ़ती है। यह ध्यान रखें कि त्रिकोणासन का अभ्यास तेज गति से करना चाहिए। तभी जाकर पूरे शरीर को इसका लाभ पहुंचता है। शरीर के सभी अंग खुल जाते हैं जिससे उनमें स्फूर्ति का संचार होता है। यही नहीं त्रिकोणासन के अभ्यास से आंतों की कार्यगति बढ़ती है। जिससे कब्ज से छुटकारा मिलता है। त्रिकोणासन से पाचन शक्ति बढ़ती है और यह हमारी भूख बढ़ाता है। अतः जिन मांओं को अपने बच्चों से खाना न खाने की शिकायत रहती है, उन्हें अपने बच्चों को त्रिकोणासन अवश्य करवाना चाहिए।
चौड़े सीने की चाह महिलाओं से ज्यादा पुरुषों में देखी जाती है। त्रिकोणासन उनके लिए बहुत कारगार है। इस आसन को करने से मांसपेशियों को मजबूती मिलती है और फेफड़ों की क्षमता भी बेहतर होती है। यही नहीं जिन्हें कब्ज की शिकायत होती है, उनके लिए त्रिकोणासन संजीवनी की तरह काम करता है। इन सबके अलावा मौजूदा जीवनशैली का सबसे बड़ा और सामान्य रोग, तनाव से भी त्रिकोणासन मुक्त करता है।
यह भी पढ़े : अपनी सेहत व फिटनेस को बरकरार रखने के कुछ खास टिप्स | Some Special Tips to Maintain Your Health and Fitness
कैसे करें त्रिकोणासन :-
- इस आसन के अभ्यास के लिए सीधे जमीन पर खड़े हो जाएं। अब अपने पैरों को एक-दूसरे से तीन फीट की दूरी पर रखें।
- ध्यान रखें कि आपका दायां पैर आपके सामने 90 डिग्री पर हो और बायां पैर पीछे 15 डिग्री के कोण पर हो।
- इस दौरान शरीर का भार दोनों पैरों पर बराबर रखें। गहरी सांस लेते रहें।
- अब अपने दाएं हाथ को दाएं पैर के अंगूठे पर रखें और बाएं हाथ को आसमान की ओर सीधा उठाएं। ध्यान रखें कि बाया हाथ सिर के बिल्कुल ऊपर होना चाहिए।
- सिर को भी आसमान की ओर उठाएं और आंखों को खोलकर ऊपर की ओर देखें।
- इस दौरान आपके दोनों हाथ एक सीधी रेखा में होने चाहिए।
- जितनी देर हो सके, इसी अवस्था में रहें और गहरी सांस लेते रहे और छोड़ते रहें।
- अब इस आसन को दूसरे पैर की ओर दोहराएं।
बरतें थोड़ी सावधानी :-
जिस तरह हर आसन को नियम व सीमा में रहते हुए करना चाहिए, ठीक उसी तरह त्रिकोणासन से भी कुछ लोगों को दूरी बनाए रखनी चाहिए। पेट में अगर आपके सर्जरी हुई हो तो इस आसन को कतई न करें। स्लिप डिक्स के मरीज हैं तो भी इस आसन से आपको दूर रहने की सलाह दी जाती है। इन सबके बावजूद अगर आप में त्रिकोणासन करने की चाह अत्यधिक है तो बेहतर यही होगा कि योग विशेषज्ञ से संपर्क करें। साइटिका पेन के मरीजों को भी इस आसन को करने से बचना चाहिए अथवा विशेषज्ञ की निगरानी में करना चाहिए।
1 thought on “तीन गुना से अधिक लाभदायक है त्रिकोणासन (ट्रायंगल पोज़) | Trikonasana (Triangle Pose) is More Than Three Times Profitable in Hindi”