एलोवेरा जूस के लाभ – Benefit of Aloevera Fibrous Juice in Hindi

IMC एलोवेरा जूस पीने के लाभ – Benefit of Aloevera Fibrous Juice in Hindi

एलोवेरा लीवर को शराब से होने वाली हानियों से बचाता है | एलोवेरा वीर्य, यौन शक्ति ,इच्छा क्षमता ,प्रसन्नता एवं स्टेमिना को बढाता है |

एलोवेरा आंवला तुलसी एवं अदरक तथा स्टीविया यह सब 200 से अधिक बीमारियों में लाभदायक है जैसे कि : मोटापा ,डायबिटीज, ब्लड प्रेशर , कोलेस्ट्रॉल एवं हृदय कि बीमारियां। खांसी जुकाम, अस्थमा, बालों का असमय सफ़ेद होना एवं गिरना। कब्ज़, जोड़ो का दर्द, साइटिका का दर्द, एवं सर्वाइकल। अल्सर, लीवर के रोग, नसों के रोग, निमोनिया। टी.बी, पाचन तंत्र के रोग, माइग्रेन, ब्रोंकाइट्स, पथरी एवं बवासीर। आँखों कि बीमारियां, किडनी के रोग,पीलिया (Jaundice)।  कैंसर,रेडियो एवं कीमोथेरेपी, त्वचा के रोग व कील मुहांसे। मसूड़ों  से खून आना, सनबर्न, इर्रीटेबल बाऊल सिंड्रोम। 

यह बच्चे-बूढ़े, स्त्री-पुरूष, स्वस्थ व बीमार सभी के लिए अमृत एवं रोगियों के लिए वरदान है।

 


एलोवेरा – Aloevera in Hindi :-

एलोवेरा को घृतकुमारी, घीक्वार, ग्वारपाठा और क्वारगंधल भी कहते हैं। इसका वर्णन सभी प्राचीन ग्रन्थों में मिलता है। मिस्र की महारानी क्लिओपैट्रा अपने सौन्दर्य प्रसाधन के रूप में, महान योद्धा सिकन्दर अपनी घायल सेना के इलाज में एवम् महात्मा गांधी जी दैनिक आहार के रूप में प्रतिदिन इसे इस्तेमाल करते थे। एलोवेरा की 300 प्रजातियां पाई जाती हैं। लेकिन केवल 4 प्रजातियों में 90% से 100% औषधीय गुण हैं। इसमें एक प्रजाति, जिसका नाम एलो बारबेडैन्सिस मिलर है, जिसमें 100% औषधीय गुण पाए जाते हैं एवं सबसे उत्तम मानी जाती है, वह इस जूस में इस्तेमाल की जाती है। एलोवेरा में 200 से अधिक न्यूट्रिएन्टस होते हैं, जिनमें 20 अनिवार्य मिनरल्स, 8 अनिवार्य एमीनो एसिड्स, 14 सैकेन्डरी एमीनो एसिड्स, एनज़ाईम्स तथा 12 तरह के विटामिन विद्यमान हैं। एलोवेरा संसार का सबसे बेहतरीन एंटी-बायोटिक, एंटी-सैप्टिक, एंटी-आक्सीडैंट, एंटी-एजिंग, एंटी-डीसिज़, एंटी-वायरल, एंटी-स्ट्रैस, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-टाक्सिक, एंटी-एलर्जिक, रोगाणु एवम् कीटाणुओं को नष्ट करने वाला एवं ज्वरनाशक है। इसलिए एलोवेरा को हर तरह के रोगों को नष्ट करने वाला पौधा कहा जाता है। आज अधिकतर बीमारियों का कारण पेट की आँतों का साफ न होना है। एलोवेरा में पाये जाने वाले लिगनिन्स तथा सैपोनिन्स हमारी आँतों में जमे हुये विषैले तत्व को साफ करके आँतों को शक्ति प्रदान करते हैं।


एलोवेरा हमारे शरीर की सभी छोटी बड़ी नस-नाडि़यों की सफाई करता है, कोशिकाओं में नई शक्ति और स्फूर्ति पैदा करता है। एलोवेरा एक अद्भुत आहार भी है और औषधि भी। यदि आप दवाओं व रोगों से रहित बेहतरीन जीवन जीना चाहते है तो एलोवेरा का नियमित सेवन करते रहें।




आँवला – Amla in Hindi :-

आँवला पौष्टिक गुणों से भरपूर है। यह विटामिन सी का उत्तम स्त्रोत है। एक ताजे आँवले में 20 संतरों के बराबर विटामिन होते हैं। यह शरीर को स्वस्थ्यवर्धक और सुन्दर बनाता है। इसमें एंटी-आक्सीडेंट एंजाइम होते हैं और बुढ़ापे को रोकता है। ऐसा कहा जाता है कि अन्य किसी जड़ी-बूटी में आँवला जैसे औषधीय गुण नहीं होते जैसेः- रोग-प्रतिरोधी और रक्त शोधक आदि।

तुलसी – Basil – Tulsi in Hindi :-

तुलसी सर्वरोग नाशक है एवम् अति उत्तम औषधि है।

अदरक – Ginger in Hindi :-

इससे स्वास्थ एवम् यौवन बरकरार रहता है। पाचन भली-भान्ति होता है और गैस उत्पन्न नहीं होती एवं भूख खुलती है।

स्टीविया – Stevia in Hindi :-

स्टीविया संसार का सबसे बढि़या मीठे का स्त्रोत है, यह चीनी से 300 गुणा अधिक मीठा होता है। इसमें जीरो कैलोरी, जीरो काबोहाईड्रेट एवं जीरो फैट है यह एंटी बैक्टीरियल, एंटी-वायरल, एंटी-फंगल है। इसमें कई तरह के न्यूट्रीयेंटस हैं। मोटापा घटाने, कोलैस्ट्रोल, शूगर, ब्लड प्रैशर में लाभदायक है।

एलोवेरा, आंवला, तुलसी, अदरक तथा स्टीविया 220 से अधिक बीमारियों में लाभदायक हैं जैसे कि :-

  • मोटापा, डायबिटीज, ब्लड-प्रैशर, कोलैस्ट्रोल एवं हृदय की बीमारियां।
  • खाँसी-जुकाम, अस्थमा, बालों का असमय सफेद होना एवम् गिरना।
  • कब्ज, जोड़ों का दर्द, सायटिका का दर्द एवं सर्वाइकल।
  • अल्सर, लीवर के रोग, नसों के रोग, निमोनिया।
  • टी.बी., पाचन-तंत्र के रोग, माईग्रेन, ब्रोन्काईटस, पथरी एवं बवासीर।
  • आँखों की बीमारियां, किडनी के रोग, पीलिया (हैपेटाइटस)।
  • कैंसर, रेडियो एवम् कीमोथैरेपी, त्वचा के रोग व कील-मुँहासे।
  • मसूढ़ों से खून आना, सनबर्न, इरीटेबल बाऊल सिंड्रोम।
  • एलोवेरा लीवर को शराब से होने वाली हानियों से बचाता है।
  • एलोवेरा वीर्य, यौन शक्ति, इच्छा, क्षमता, प्रसन्नता एवं स्टैमिना को बढ़ाता है।
  • एलोवेरा स्त्रियों का मित्र एवं स्त्रियों के लिये वरदान है। यह ल्यूकोरिया को रोकता है, गर्भधारण क्षमता को बढ़ाता है तथा मासिक-चक्र को नियमित करता है।


उपयोग: सुबह उठते ही 30ml एलोवेरा जूस 250ml पानी में डालकर एवं रात को खाना खाने के 2 घण्टे बाद 30ml को 250ml पानी मे डालकर पीना चाहीये।



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