थायराइड के प्रकार, लक्षण व घरेलु उपाय | Thyroid Types, Symptoms and Home Remedies in Hindi

थायराइड (Thyroid) गले की ग्रंथि है जिससे थय्रोक्सिन हार्मोन (Thyroxine Hormone) बनता है। इस हार्मोन का संतुलन जब बिगड़ने लगता है तब ये एक रोग बन जाता है। ये हार्मोंस जब कम हो जाते है तब शरीर का मेटाबॉलिज्म (Metabolism) काफी तेज होने लगता है और शरीर की ऊर्जा भी जल्दी खत्म हो जाती है और जब ये हार्मोंस अधिक हो जाए तो मेटाबॉलिज्म (Metabolism) रेट काफी धीरे होने लगती है, जिस वजह से शरीर में ऊर्जा कम बनती है और सुस्ती, थकान बढ़ने लगती है। ये रोग महिलाओं में अधिक होता है। इसके उपचार के लिए लोग कई प्रकार की दवा का सेवन भी करते है। अगर आप थायराइड (Thyroid) को जड़ से खत्म करना चाहते है तो यहाँ बताये गए घरेलू उपाय आजमाए।



थायराइड (Thyroid) के बढ़ने पर कई प्रकार की समस्याएं सकती है।जैसे कोलेस्ट्रॉल, दिल, हड्डियों और मांसपेशियों की कमजोरी आदि बच्चों में यह रोग होने पर मानसिक और शारीरिक विकास रुकने जैसी समस्याएं आने लगती है।

Table of Contents

थायराइड के प्रकार – Types of Thyroid :-

थायराइड (Thyroid) दो प्रकार का होता है…
1. हाइपर थायराइड (Hyperthyroidism – Overactive Thyroid) –
हाइपरथायराइड होने पर शरीर में थायराइड (Thyroid) हार्मोंस कम होने लगते है। 

 


2. हाइपो थायराइड  (Hypothyroidism) –हाइपोथायराइड (Hypothyroidism) होने पर शरीर में थायराइड हार्मोंस बढ़ने लगते है।



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थायराइड ग्रंथि के कार्य – Thyroid Gland Function :-

थायराइड (Thyroid) हमारे शरीर के दूसरे अंगों को सही तरीके से काम करने में मदद करता है और ज़रूरत के मुताबिक हार्मोंस बनाने के लिए थायराइड (Thyroid) काआयोडीन प्रयोग करता है और शरीर के दूसरे अंगों में पहुँचाता है। ज़रूरत से अधिक या कम हॉर्मोन्स बनने पर थायराइड की समस्या होती है जिसका इलाज करवाना जरुरी है।


हमारे शरीर में थायराइड ग्रंथि के कार्य :-

  • शरीर का तापमान कंट्रोल करने में मदद करती है।
  • जहरीले पदार्थ शरीर से बाहर करने में मदद करती है।
  • बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास में थायराइड ग्रंथि का अहम् योगदान है।
 

 




पुरुषों और महिलाओं में थायराइड लक्षण – Thyroid Symptoms in Men and Women :-

थायराइड (Thyroid) होने पर व्यक्ति का मन किसी काम में नहीं लगता और वह धीरे-धीरे डिप्रेशन (Depression) में जाता है और सोचने समझने की ताकत और याददाश्त  कमजोर होने लगती है। साथ ही शरीर का वजन औसत से ज्यादा अथवा औसत से कम होने लगता है। सही समय पर अगर इस रोग को पहचान कर उपचार किया जाए तो इस बीमारी को बढ़ने से रोक सकते है।


1. हाइपर थायराइड के लक्षण – Symptoms of Hyper Thyroid in Hindi
  • वजन कम होना (Losing Weight)
  • धड़कन का तेज होना (Fast Heart Rate)
  • पसीना ज्यादा आना (Excessive Sweating)
  • हाथों और पैरों में कंपकंपी होना (Shivering Hands and Feet)
 
 

2. हाइपो थायराइड के लक्षण – Symptoms of Hypo Thyroid in Hindi

  • वजन बढ़ना (Gaining Weight)
  • कब्ज रहना (Remain Constipation)
  • भूख कम लगना (Loss of Appetite)
  • त्वचा रूखी होना (Dry Skin)
  • ठंड जादा लगना (Feeling More Cold)
  • आवाज़ में भारीपन आना (Hoarseness)
  • आँखो और चेहरे पर सूजन रहना (Swelling on Eyes and Face)
  • सिर, गर्दन और जोड़ों में दर्द होना (Head, Neck and Joint Pain)

 

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थायराइड होने का कारण – Cause of Thyroid Disease in Hindi

  • अधिक तनाव लेने से भी थायराइड ग्रंथि पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
  • कई बार दवाओं के साइड एफेक्ट (Medicine’s Side Effects) से भी ये बीमारी हो जाती है।
  • भोजन में आयोडीन कम या ज्यादा प्रयोग करने से भी थायराइड (Thyroid) की समस्या हो जाती है।
  • परिवार में अगर किसी को थायराइड (Thyroid) हो तो दूसरे सदस्यों को भी थायराइड (Thyroid) होने की संभावना बढ़ जाती है।
  • प्रेगनेंसी के समय शरीर में हारमोन में बदलाव आते है, गर्भवती महिला को थायराइड (Thyroid) होने की संभावना अधिक होती है।
  • प्रोटीन पाउडर, सप्लीमेंट्स या कैप्सूल के रूप में सोया के प्रोडक्ट्स के अधिक सेवन से थायराइड (Thyroid) होने की संभावना बढ़ती है।
  • प्रदूषण का बुरा असर हमारी हेल्थ पर पड़ता है जिस वजह से साँस के रोग हो जाते है। प्रदूषण से हवा में मौजूद जहरीले कण थायराइड (Thyroid) ग्रंथि को भी नुकसान करते है।



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थायराइड टेस्ट कैसे करते है – How to do Thyroid Test in Hindi :-

आपको अगर थायराइड (Thyroid) के लक्षण दिख रहे है तो पहले इसका टेस्ट करवाए। टी3 (T3), टी4 (T4), टीएसएच् टेस्ट (TSH Test) करवाने से शरीर में थायराइड (Thyroid) लेवल चेक किया जाता है।

थायराइड का इलाज के घरेलू उपाय और देसी नुस्खे – Home Remedies for Thyroid Treatment in Hindi :-

1. हल्दी वाला दूध (Turmeric Milk) :-

थायराइड (Thyroid) कंट्रोल करने के लिए आप रोजाना दूध में हल्दी को मिला कर पिए। अगर हल्दी वाला दूध पिया जाये तो हल्दी को भून कर इसका सेवन करे।



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2. लौकी का जूस (Gourd Juice) :-

रोजाना सुबह खाली पेट लौकी का जूस पीने से भी थायराइड लेवल को बनाये रखने में मदद मिलती है। जूस पीने के आधे घंटे तक कुछ खाये पीये नहीं।



3. लाल प्याज (Red Onion) :-

प्याज को बीच से काट कर दो टुकड़े कर ले और रात को सोने से पहले थायराइड (Thyroid) ग्रंथि के आस पास मसाज करे और 20-25 मिनट्स बाद गर्दन को धो लें

4. तुलसी और एलोवेरा (Basil and Aloe Vera) :-

दो चम्मच एलोवेरा जूस में आधा चम्मच तुलसी का रस मिलाकर सेवन करने से थायराइड में आराम मिलता है।

 



5. हरा धनिया (Green Coriander) :-

थायराइड (Thyroid) का घरेलू ट्रीटमेंट करने के लिए हरा धनिया पीस कर चटनी बनाये और एक गिलास पानी में एक 1 चम्मच चटनी घोल कर पिए। इस उपाय को जब भी करे ताजी चटनी बना कर ही सेवन करे। ऐसा धनिया ले जिसकी सुगंध अच्छी हो। इस देसी नुस्खे को नियमित रूप और सही तरीके से करने पर थायराइड (Thyroid) कंट्रोल में रहेगा



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​6. काली मिर्च (Black Pepper) :-​

काली मिर्च थायराइड (Thyroid) के उपचार में काफी फयदेमंद है। किसी भी तरीके से आप काली मिर्च का सेवन करे आप को फायदा करेगी।

7. बादाम और अखरोट (Almonds and Walnuts) :- 

बादाम और अखरोट में सेलीनीयम तत्व मौजूद होता है जो थायराइड (Thyroid) के इलाज में फायदा करता है। इस के सेवन से गले की सूजन से भी आराम मिलता है। हाइपोथायराइड में ये उपाय ज़्यादा फायदेमंद है।

8. अश्वगंधा (Ashwagandha) :-

रात को सोते वक़्त एक चम्मच अश्वगंधा चूर्ण गाय के गुनगुने दूध के साथ सेवन करे। उच्च गुणवत्ता वाले आयुर्वेदिक अश्वगंधा चूर्ण नीचे दिए गए है यहाँ से आप इन्हे ले सकते है। 

    

9. एक्सरसाइज – व्यायाम (Workouts – Exercise ) :-

रोजाना आधा घंटा एक्सरसाइज – व्यायाम जरूर करे, इससे थायराइड लेवल मेन्टेन रहता है और कंट्रोल में रहता है। .




​10. IMC हर्बल मेडिसिन – IMC Herbal Medicine :-​

थायराइड (Thyroid) से छुटकारा पाने के लिए नीचे दी गयी IMC हर्बल की आयुर्वेदिक दवा ले सकते है। 

IMC Treatment For Hypothyroidism

  • 30-30 ml. IMC एलो नोनी जूस + IMC एलो संजवीनी जूस + IMC हर्बल गोमूत्र + IMC श्री तुलसी की 2 -2 बुँदे सुबह – शाम खाली पेट सेवन करें। 
  • IMC व्हीट गोल्ड टेबलेट 1 सुबह , 1 शाम सेवन करें। 
  • IMC  गार्लिकप्योर टेबलेट 1 सुबह , 1 शाम सेवन करें।
  • IMC  एलो लिव केयर सिरप 10 ml. सुबह-शाम सेवन करें। 
  • IMC फ्लैक्स सीड्स 1-1 चम्मच सुबह-शाम सेवन करें।

 

 

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थायराइड में क्या खाएं – What to Eat in Thyroid :-

  • थायराइड से प्रभावित रोगी को अपनी डाइट में विटामिन अधिक मात्रा में लेना चाहिए। हरी सब्जियां और गाजर में विटामिन  ज्यादा होता है जो थायराइड (THYROID) को कंट्रोल करने में मदद करता है।
  • थायराइड (THYROID) से प्रभावित व्यक्ति को प्रतिदिन तीन से चार लीटर पानी पीना चाहिए, ये शरीर से विषैले पदार्थ निकालने में काफी मदद करता है। इसके इलावा एक से दो गिलास फलों का जूस भी पिए। हफ्ते में एक-दो दिन आप नारियल पानी पीए तो अच्छा है। 
  • आयोडीन थायराइड (THYROID) कंट्रोल करने में काफ़ी असरदार है पर जितना हो सके नेचुरल आयोडीन का सेवन करे, जेसे की टमाटर, प्याज और लहसुन।

 

 


 

 



थायराइड में क्या नहीं खाना चाहिए – What Not to Eat in Thyroid :-​

  • सिगरेट, तम्बाकू और किसी नशीले पदार्थो के सेवन से बचे।
  • बाज़ार में उपलब्ध सफेद नमक का थायराइड (Thyroid) में परहेज करे, खाने में सिर्फ सेंधा या कला नमक ही प्रयोग करे।

थायराइड उपचार के टिप्स – Thyroid Treatment Tips :-

  • महिलाओं में पुरुषों की तुलना में थायराइड (Thyroid) अधिक होता है।
  • थायराइड होने पर किसी प्रकार की लापरवाही करते हुए तुरंत इलाज शुरू करे।
  • थायराइड (Thyroid) के रोगी को हर तीन महीने में इसकी जांच करवानी चाहिए और टेस्ट करवाने से पहले इस बात का विशेष ध्यान रहे की थायराइड (Thyroid) टेस्ट के 12 घंटे पहले तक कुछ खाए पिए नहीं।
  • शादीशुदा महिला अगर थायराइड से प्रभावित है और वो गर्भ धारण करने की सोच रहे है तो पहले डॉक्टर से सलाह ज़रूर ले और थायराइड (Thyroid) कंट्रोल होने के बाद ही प्रेगनेंसी का सोचे।
 
 

योग और प्राणायाम से थायराइड का इलाज – Thyroid Treatment with Yoga and Pranayama


नियमित रूप से योग और प्राणायाम कर के काफ़ी हद तक थायराइड (Thyroid) को ठीक कर सकते है। योग के इलावा आप मेडिटेशन भी कर सकते है। थायराइड (Thyroid) ट्रीटमेंट योगा से करने के लिए उज्जयी प्राणायाम योगासन कर सकते है।

​1. मत्स्यासन

​2. विपरितकरनी

​3. उज्जयी प्राणायाम

 


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थायराइड जड़ से खत्म करने के लिए होम्योपैथिक ट्रीटमेंट – Homeopathic Remedies to Eliminate Thyroid Root

थायराइड (Thyroid) का ट्रीटमेंट होम्योपैथिक दवाओं से भी कर सकते है इसके लिए आप किसी होमियोपैथी डॉक्टर से मिले और उन्हें अपनी दिनचर्या और बीमारी को विस्तार बता कर आप उनसे सही दवा ले सकते है कोई भी दवा लेने से पहले उसे लेने का सही तरीका, सही मात्रा और परहेज की जानकारी जरूर ले।

थायराइड (Thyroid) एक हफ्ते या महीने में ठीक होने वाला रोग नहीं है, इसलिए जरुरी है की इसके उपचार के लिए आप पूरा परहेज और उपाय करे।

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